समर्थ महिला रैगर संगठन के तत्वाधान में पश्चिमी दिल्ली स्थित मादीपुर में हरियाली तीज पर्व का आयोजन किया गया l
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l समर्थ महिला रैगर संगठन के तत्वाधान में पश्चिमी दिल्ली स्थित मादीपुर के बी ब्लॉक कम्युनिटी हॉल में रविवार 31 जुलाई को हरियाली तीज पर्व का आयोजन किया गया l जिसमे महिलाओं ने हरियाली तीज का त्यौहार हर्षोल्लास और परंपरागत ढंग से मनाया गया । महिलाओं व युवतियों ने हाथों पर आकर्षक मेंहदी रचाई, लड़कियों और महिलाओं में इस पर्व के प्रति काफी उत्साह देखा गया ।
श्रावण माह में अपनी अलग पहचान रखने वाला त्यौहार हरियाली तीज सावन का महीना प्रेम और उत्साह का महीना माना जाता है । प्रेम के धागे को मजबूत करने के लिए इस महीने में कई त्यौहार मनाये जाते हैं । इन्हीं में से एक त्यौहार है-‘हरियाली तीज’ । यह त्योहार हर साल श्रावण माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार अधिकांश नव-विवाहिताएं शादी के बाद मायके में आकर ही ‘हरियाली तीज’ का त्यौहार मनाती हैं । इसके चलते तमाम नई नवेली दुल्हनें मंगलवार या इससे पहले ही मायके आ गईं । अब यह सभी नव-विवाहिताएं रक्षा बंधन का त्यौहार मनाने के बाद ही ससुराल पहुंचेगी ।
मादीपुर में समर्थ महिला रैगर संगठन की महिलाओ ने एक दिन पूर्व से ही अपने हाथों पर मेंहदी रचना शुरू कर दिया । यह सिलसिला बुधवार को सुबह भी जारी रहा । बाजार में इस पर्व के सिलसिले में चूड़ियों और साड़ियों की जमकर बिक्री हुई । दुकानदारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकानों को आकर्षक ढंग से सजाया था ।
तीज के दिन नव विवाहिता वधुएं इस पर्व को मनाने के लिए अपने हाथों और पावों में कलात्मक ढंग से मेहंदी लगाती हैं । स्त्रियां सोलह श्रृंगार करती हैं, जिनमें हरी लहरिये की साड़ी और हरी चूड़ियों का विशेष महत्व है l रविवार को हरियाली तीज पर्व के उपलक्ष्य में मादीपुर के बी ब्लॉक कम्युनिटी हॉल में परंपरागत आकर्षक पोशाके पहने नव-विवाहिताएं व महिलाएं एकत्रित होकर दिन-भर गीतों पर नाच कर हरियाली तीज का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया l कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं और बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया ।
इस अवसर पर गीता सक्करवाल ने बताया कि हरियाली तीज पर्व के उपलक्ष्य में आज हम सब लोग यहां एकत्र होकर हरियाली तीज का पर्व मना रहे हैं और यह एक खुशी का पर्व है l समस्त लोग खुशहाल रहें सुखी-संपन्न रहें । उन्होंने आज की पीढ़ी के लिए एक संदेश देते हुए कहा कि जितने भी भारतवर्ष में त्यौहार मनाए जाते है वो विलुप्त होते जा रहे है । हमारे त्यौहारों को विलुप्त होने से बचाएं ।