बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की संसद भवन परिसर से हटाई गई प्रतिमा की पुनर्स्थापना हेतु 9 अगस्त 2024 को जंतर मंतर नई दिल्ली पर आयोजित विशाल विरोध प्रदर्शन
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा को संसद भवन परिसर में स्थापित करने हेतु बहुजन नेता स्वर्गीय प्रोफेसर बी पी मौर्य जी की कुशल नेतृत्व में पूरे देश के अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लोगों ने वर्षों तक जेल भरो आंदोलन चलाया जिसमें बाबा साहब अंबेडकर जी के लाखों अनुयाई जेल गए सैकड़ो माता ने जेल के अंदर ही अपने बच्चों को जन्म दिया अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के लंबे संघर्ष और कुर्बानियों के बाद कहीं जाकर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा को संसद भवन परिसर के प्रांगण में 2 अप्रैल 1967 को स्थापित किया गया l
बड़े दुख का विषय है संसद भवन परिसर में से सम्मान स्थापित की गई भारत के महापुरुषों की प्रतिमाएं जिसमें, बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले जी ,छत्रपति शिवाजी महाराज जी, और ,भगवान बिरसा मुंडा जी, की प्रतिमा भी शामिल है इन सभी प्रतिमाओं को 3 जून 2024 की रात के अंधेरे में उनके मूल स्थान से हटकर एक तरफ रख दिया गया डॉ बी आर अंबेडकर प्रतिमा पुनर्स्थापना संघर्ष समिति जिसमें बौद्ध सत्य भारत रत्न बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी द्वारा 24 सितंबर 2024 को स्थापित और भारत के महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा उत्कृष्ट समाज सेवा के लिए डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित संगठन, समता सैनिक दल ,भारतीय बौद्ध महासभा, अनुसूचित जाति, एवं, जनजाति, संगठनों का, अखिल भारतीय महासंघ ,जैसे सैकड़ो ,सामाजिक, धार्मिक, एवं अनुसूचित जाति, एवं जनजाति, कर्मचारियों अधिकारियों के पंजीकृत सरकारी संगठन शामिल हैं के तत्वाधान में, बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले जी ,छत्रपति शिवाजी महाराज जी, और भगवान बिरसा मुंडा जी, की प्राचीन प्रतिमा को उनके मूल स्थान से प्रतिस्थापित कर दिए जाने के विरोध में और उन प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान पर पुन : स्थापित करने की मांग को लेकर दिनांक 9. 8.2024 को जंतर मंतर संसद मार्ग नई दिल्ली पर भव्य विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसमें देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में बाबा साहब अंबेडकर जी के अनुयायियों ने भाग लिया l
आंदोलन में सर्व समिति से निम्न प्रस्ताव पारित किए गए :
1- उपरोक्त सभी महापुरुषों की प्रतिमाएं अभिलंब उनके मूल स्थान पर संसद भवन परिसर में स्थापित की जाएं l
2- भारत सरकार जब तक उपरोक्त सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान पर स्थापित नहीं करती है तब तक संघर्ष समिति का आंदोलन जारी रहेगा l
3- भारत सरकार द्वारा अगर दिनांक 14 अक्टूबर 2024 धम्म दीक्षा दिवस तक, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले जी ,छत्रपति शिवाजी महाराज जी, और भगवान बिरसा मुंडा जी, की प्राचीन प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान पर पुनर्स्थापित नहीं करती है तो बाबा साहब अंबेडकर जी के अनुयाई पूरे देश में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का 14 अक्टूबर 1956 के संदेश का अनुपालन करते हुए हिंदू धर्म परित्याग करके बौद्ध धर्म को अपनाने का ऐतिहासिक कार्य करेंगे l
इस आंदोलन के ,राष्ट्रीय संयोजक आदरणीय डॉक्टर ए आर जोशी जी, राष्ट्रीय सह- संयोजक केपी चौधरी , उम्मेद सिंह गौतम, डी सी कपिल, बालक राम बौद्ध, प्रकाश चंद ,एड.O P भारती, एड. भानु प्रताप सिंह, महेंद्र भास्कर,एवं समाज के प्रबुद्ध वरिष्ठ समाजसेवी,राजेंद्र पाल गौतम जी, गुरु जी के सी रवि ,हरनाम सिंह, डॉ सी पी सिंह,Dr. A P जोशी, नेतराम ठगेला, बी के जाटव जी, मास्टर बृजेंद्र सिंह, उत्तम सिंह, भोपाल सिंह जाटव ,गोपाल कृष्ण प्रधान, C S भंडारी जी, एस एन गौतम, रणजीत सिंह, S S वरून, अनुज मौर्य, धर्मपाल सिंह ,O P गौतम ,मोर भगत गौतम , अक्षय कुमार मौर्य, प्रिया सिंह, राखी रावण, निर्देश सिंह, संगीता रानी, भंते करुणाकरण, भंते पूर्णिमा, बी पी निगम बौद्ध ,डॉ मुनीश रायजादा, सिद्धांत गौतम, टेक सिंह गौतम, अशोक सागर राष्ट्रीय अध्यक्ष समता सैनिक दल, राजकुमार धनवरीय, सुनीता कमल, प्रोफेसर रवि महिंद्रा, एड. मोहन श्याम आर्य, मलखान सिंह, सेवादास जयंत, शशि पाल, दिल्ली प्रान्तीय रैगर पंचायत प्रधान रामजी लाल बोकोलिया, खुशहाल चंद बडोलिया (कोषाध्यक्ष) एवं हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे l