समाजसेवी पृथ्वी राज बारोलिया ने अखिल भारतीय रैगर महासभा से अखिल भारतीय स्वरुप बनाये रखने के लिए मंत्रिमंडल में सभी प्रदेशो से पदाधिकारी चुने जाने की मांग की

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) । अखिल भारतीय रैगर महासभा का अखिल भारतीय स्वरुप बनाये रखने के लिए मंत्रिमंडल में सभी प्रदेशो से पदाधिकारी चुने जाने की मांग को लेकर समाजसेवी पृथ्वी राज बारोलिया ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एल नवल को दिनांक 28 मई 2025 को स्पीड पोस्ट द्वारा पत्र भेजा है।
समाजसेवी पृथ्वीराज बारोलिया जी (अध्यक्ष, श्री शिव सेवार्थ रैगर समिति पंजी) ने समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को फोन पर बताया कि हमने आदरणीय बी एल नवल जी अध्यक्ष अखिल भारतीय रैगर महासभा को मेसेज के माध्यम से मांग की गयी थी जिसमें अखिल भारतीय रैगर महासभा में दिल्ली व राजस्थान के अलावा पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र इत्यादि जिन प्रदेशों में रैगर समाज निवास करता है उन प्रदेशों की राष्ट्रीय मन्त्रीमण्डल मे स्थान सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय ने मेसेज को पढकर व्हाट्सअप पर लिखित में सहमति जाहिर की थी। इसी आशय का एक प्रारुप संविधान समिति के सदस्य भानु खोरवाल जी को लिखित में स्पीड पोस्ट द्वारा प्रेषित किया गया, महामन्त्री गंगाराम बारोलिया जी को भी प्रेषित किया गया। मगर अध्यक्ष महोदय व अन्यों द्वारा प्रारुप की सराहना करने के उपरान्त भी इन प्रदेशों को अखिल भारतीय रैगर महासभा में स्थान न दिया जाना इन प्रदेशों में रहनेवाले रैगर भाईयों का अपमान है जिसका हम विरोध करते है।
हाल ही में हुए रैगर प्रतिनिधि सम्मेलन के कार्यक्रम का एजेण्डा समाज में प्रस्तुत नही किया गया और उसी कार्यक्रम में संविधान संशोधन के एक दो बिन्दु पढकर सुनाना और योजनाबद्ध तरीके से अपने ही लोगों द्वारा स्वीकृति की आवाज लगवा कर अन्य बिन्दुओं को न पढकर नियम विरुद्ध किए गये संविधान संशोधन का विरोध करते हुए माननीय अध्यक्ष जी को व्हट्स अप, ईमेल तथा स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्रतिनिधि समाजबन्धुओं द्वारा हस्ताक्षरित पत्र प्रेषित किया जा चुका है। पत्र पर क्या कार्यवाही होगी इसकी हम प्रतीक्षा कर रहे हैं। अखिल भारतीय रैगर महासभा में जब तक सभी प्रदेशों को शामिल नहीं किया जाता तब तक हम इसी प्रकार विरोध करते रहेंगे।

राष्ट्रीय महामंत्री गंगा राम बारोलिया जी द्वारा 30 अप्रैल 2025 को विधान संशोधन के लिए चार पॉइंट का विशेष सुझाव पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एल नवल को मेल से भेजा था। जिसकी प्रतिलिपि सलंगन है :
(1) अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी.के संशोधन समिति के सदस्यों से निवेदन है कि अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी. के मंत्रिमंडल में रैगर बाहुल्य सभी प्रदेशों का निर्वाचन द्वारा समावेश हो ऐसा प्रारुप बनाने की आवश्यकता है! इससे महासभा को बल मिलेगा व विस्तार होगा! जो महासभा स्वरूप को निखारेगा! इस विषय मे आप आदेश करेंगे तो उसका विस्तृत व्योरा प्रारूप प्रस्तुत किया जा सकता है! इसके लिए में अपनी सेवाएं देने के लिए वचनबद्ध हूँ!
(2) कार्यकरणी सदस्यों की संख्या भी 51 की जगह 34 ही कि जाएं! ओर वो भी जो सदस्य Rs. 5100/= खर्च करके चुनाव लड़ता हैं! ओर वो हार जाता हैं उसे कार्यकरणी में लेना चाहिए क्योकि उस व्यक्ति में समाज सेवा का जज्बा है इस लिए ही वो चुनाव लड़ने के लिए भी पैसे खर्च करता है! उससे कुछ अनुभवी समाज सेवक बे झिझक कार्यकरणी की बैठक में अपनी बात रख सकते है! अलग से मनोनीत करने वाले ज्यादातर हाँ में हाँ मिलाने वाले ही होते है! जिनका दबदबा हो जाता हैं इससे निर्वाचित पदाधिकारियों का हौसला कम हो जाता हैं और हक़ की बात नही रख पाते है!
(3) राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी भी पार्टी विशेष का कोई भी प्रतिनिधि या पदाधिकारी नही होना चाहिए! क्योंकि जब राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी भी पार्टी से संबंधित होता हैं तो वो समाज के किसी भी काबिल व्यक्ति के लिए पद या टिकट की दावेदारी नही कर सकता है और ओर ना ही वो व्यक्ति को किसी दूसरी पार्टी से टिकट मिलने पर उसका प्रचार कर सकता हैं उससे समाज का ही नुकसान होता हैं!
आदरणीय साथियों
(4) अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी. के सदस्य बनाने के लिए प्रदेशों को जो 25% पैसा दिया जाता है वह बिलकुल बन्द होना चाहिए इससे समाज के पैसों का दुरुपयोग होता है! तथा इस पैसे का बटवारा होने पर समाज मे आपसी सम्बन्ध खराब होते है!
सदस्य अभियान का सारा पैसा समाज हित मे शिक्षा पर खर्च होना चाहिए! इससे समाज में बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त होने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे! तथा समाज का पैसा समाजहित मे लगेगा!
राष्ट्रीय महामंत्री गंगा राम बारोलिया जी ने समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को फोन पर बताया कि पृथ्वी राज बारोलिया द्वारा उठाई गई मांग उचित है।