अखिल भारतीय रैगर पंचायत समिति पुष्कर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन,शिक्षा से ही मान सम्मान प्राप्त कर सकते हैं ।
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l अखिल भारतीय रैगर पंचायत समिति पुष्कर (पंजिकृत) के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर रैगर समाज के गंगा माता मंदिर पुष्कर में विशाल आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन संतश्री किशनाराम महाराज डेगाना की अध्यक्षता में किया गया ।
सत्संग में बोलते हुए समाज के संत बड़ली (नागौर) के वेदांताचार्यश्री हरिनारायण महाराज ने कहा कि हमें अपने बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करानी चाहिए । जिससे वे उच्च पदों पर पहुंच कर माता पिता परिवार, समाज का नाम रोशन कर सके । शिक्षा के माध्यम से ही डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को पूरे विश्व में मान सम्मान मिला है । शिक्षा के निमित्त व्यक्ति को सामर्थ्य अनुसार अधिक से अधिक दान देना चाहिए । संतश्री किशनाराम महाराज ने कहा कि व्यक्ति को सत्संग में मिले ज्ञान को अपने वास्तविक जीवन में उतार कर दुर्व्यशन को त्याग कर सात्विक व्यवहार करना चाहिए, जिससे परिवार सुखी रह सके ।
सुखदेव आरटिया अध्यापक बिजयनगर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सत्संग का शुभारंभ रैगर समाज के आदर्श संत शिरोमणिश्री ज्ञानस्वरुप जी महाराज की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पहार अर्पित कर किया । सत्संग में संतश्री रामदयाल महाराज आगूचा, गरीबदास सरवाड़, बन्ना लाल किशनगढ, कैलाश करकेड़ी, छोगा लाल कृष्णापुरी किशनगढ, नाथू लाल दलवाड़ी, भादू राम मण्डोलाव,पांचूराम ढाणी पुरोहितान, लादूराम उदलपुरा तेजूराम चित्तौड़ गढ, हुकमीराम मेड़ता, रामस्वरूप रीगनी, हनुमान हासियावास, कोयली बाई भीलवाड़ा, सोहनलाल इन्द्रा कालोनी, भंवर लाल नरवर, रतन बोरावड़, कचरुराम सलेमाबाद, आदी संत महात्माओं ने भजन, प्रवचन प्रस्तुत किए । संतो ने विभिन्न वाणियां सुना कर सत्संग में चार चांद लगाये ।
आए हुए संतो का स्वागत सत्कार कार्यकारिणी के अध्यक्ष जितेंद्र खेतावत एडवोकेट, मदनलाल चौहान महामंत्री, प्रेमप्रकाश बाकोलिया कोषाध्यक्ष, नोरतमल जाजोरिया उपाध्यक्ष, लक्ष्मण कुर्ड़िया उपाध्यक्ष, सोहनलाल उदेणिया नांदला उपाध्यक्ष, हरिश चंद बाकोलिया पुष्कर उपाध्यक्ष, सुखदेव आरटिया बिजयनगर उपाध्यक्ष, देवीलाल बाकोलिया पुष्कर, गणपत लाल बाकोलिया पुष्कर, डॉक्टर जीवराज बाकोलिया पुष्कर, कैलाश चंद्र कांसोटिया करकेड़ी, देवीलाल निंदरिया शाहपुरा, सीताराम सिवांसिया पीपाड़ सीटी (नागौर), भंवर लाल मंडोलिया किशनगढ, ने तिलक लगाकर, माला पहनाकर, श्रीफल भेंट कर, शाल ओढाकर, नकद राशि उपहार दे कर स्वागत सत्कार किया । सुबह चार बजे पुर्णिमा को आरती करके प्रसाद प्राप्त करके सभी संत महात्मा, सत्संग प्रेमी गंगा मैया के दर्शन करके विदा हो गये ।