डॉ. माया सगरे को शिक्षा-साहित्य लेखन व सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गोपाल किरण समाजसेवी संस्था, ग्वालियर के तत्वाधान में आगामी 28 अक्टूबर 2023 को “महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन में वित्तीय साक्षरता की भूमिका” (Role of financial literacy in women empowerment and social inclusion) पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार बंगलुरु के 24 बेन्सन रोड पर स्थित इंडियन सोशल इंस्टिट्यूट में आयोजित किया जायेगा l कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य अतिथि व वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), व सूर्यकांत शर्मा होंगे l इनकी गरिमामयी उपस्थिति में डॉ. माया सगरे को शिक्षा-साहित्य लेखन व सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
जीवन परिचय – नाम : डॉ. माया सगरे – लक्का, शिक्षा : एम. ए. पीएच. डी
डॉ. माया सगरे – लक्का का जन्म 10 मई 1974 को महाराष्ट्र राज्य के लातूर जिले में एक धार्मिक तथा सुशिक्षित परिवार में हुआ l इनके पिता का नाम श्री महारुद्रप्पा सगरे व माता का नाम रसिका महारुद्रप्पा सगरे है l आपकी शिक्षा श्री देशीकेन्द्र विद्यालय लातूर में तथा स्नातकोत्तर की उपाधि दयानंद कला महाविद्यालय लातूर से प्राप्त हुई l आपने स्वामी रामानंद तीर्थ विश्वविद्यालय से बी एड किया और डॉ बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद से पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त की l
प्रोफेशन/सम्प्रति : सह आचार्य, रेवा विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
प्रकाशित कृतियाँ/ उपलब्धियां/ सामाजिक कार्य :
1. ‘प्रयोजनमूलक हिंदी’ अरुणा प्रकाशन, लातूर
2. ‘हिंदी और मराठी के स्वातंत्र्योत्तर आंचलिक उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन’ शैलजा प्रकाशन, कानपुर
3. ‘प्रयोजनमूलक हिंदी’ नामक किताब अखंड प्रकाशन, दिल्ली
4. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भाषा, लेखन कला तथा तकनीकी प्रविधि यह संपादित किताब विकास प्रकाशन, कानपुर
5. महिला सशक्तिकरण में हिंदी साहित्य का योगदान, विकास प्रकाशन, कानपुर
कार्यशाला/प्रशिक्षण/भागीदारी/आयोजन –
राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में अनेक प्रपत्र प्रस्तुत किए हैं | जिनका प्रकाशन भी हुआ है | उनमें से कुछ प्रपत्रों को सर्वश्रेष्ठ प्रपत्र के रूप में सम्मानित भी किया गया है । आपके अलग-अलग महाविद्यालयों में अतिथी व्याख्यान भी हुए है ।
रिसर्च पेपर – 30 से भी अधिक
सम्मान व पुरस्कार : अलग संगोष्ठियों में उत्कृष्ट प्रपत्र के रूप में
संत कबीर प्रतिष्ठान लातूर तथा ज्ञान किरण संस्था बेंगलुरु इन संस्थाओं में सदस्य के रूप में कार्यरत है |