प्रो. महबूब सुबानी को शिक्षा-साहित्य लेखन व सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गोपाल किरण समाजसेवी संस्था, ग्वालियर के तत्वाधान में आगामी 28 अक्टूबर 2023 को “महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन में वित्तीय साक्षरता की भूमिका” (Role of financial literacy in women empowerment and social inclusion) पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार बंगलुरु के 24 बेन्सन रोड पर स्थित इंडियन सोशल इंस्टिट्यूट में आयोजित किया जायेगा l कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य अतिथि व वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), व सूर्यकांत शर्मा होंगे l इनकी गरिमामयी उपस्थिति में प्रो. महबूब सुबानी को शिक्षा-साहित्य लेखन व सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
जीवन परिचय :- प्रो-महबूब सुबानी साहित्यक उपनाम : सुबहान का जन्म 01 जून 1968 में हुआ l इनके पिता का नाम टी .एच.बाशा व माता का नाम बेगम बी है l शिक्षा : M.A,B.Ed, [M.Phil], मैसूर विश्वविद्यालय से एम ए हिंदी में मास्टर डिग्री, बी ए में स्नातक की डिग्री है गुलबर्गा विश्वविद्यालय से, बी.एड. बेल्लारी से शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त किया है और राज्य भर के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में काम किया है और उनके पास 24 वर्षों का समृद्ध शैक्षणिक अनुभव है । कई शोध जर्नल लेख भी प्रकाशित किए हैं, अतिथि वक्ता, विषय विशेषज्ञ, विश्वविद्यालय पेपर सेटर, राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार-2022, साहित्य गौरव सम्मान-2023 भी रहे हैं ।.
प्रोफेशन/सम्प्रति :- प्राध्यापक
सामाजिक कार्य : NSS, YRC,
कार्यशाला/प्रशिक्षण/भागीदारी/आयोजन;
*”आधुनिक हिंदी साहित्य में साम्प्रदायिक सद्भावना”। 2019, वाणीम्बडी-टी एन,
आमंत्रित वक्ता
*”बी यू हिंदी पाठ्यक्रम पर दो दिवसीय वेबिनार।” – 2021, बीआईएमएस-बेंगलुरु, कर्नाटक।
*”हिन्दी भाषा पाठ्यक्रम।” – 2021 बैंगलोर यूनिवर्सिटी, कर्नाटक।
“द्वितीय सेमेस्टर बीयू का बदला हिंदी पाठ्यक्रम।” – 2020, बैंगलोर विश्वविद्यालय, कर्नाटक।
कार्यवाही/ संघोष्टि
*”शिक्षण के समग्र दृष्टिकोण के लिए आधुनिक और प्राचीन शिक्षा प्रणाली का संश्लेषण”, 2019.
*”भारतीय संस्कृति में नैतिक मूल्यों का स्थान”, 2018.
*”प्रेमचंद के साहित्य में संप्रदायिक सद्भावना”, 2018.
*”हिन्दी काव्य साहित्य मे नारी के विविध रूप”, 2017.
*”आधुनिक हिंदी काव्य साहित्य में नारी चित्र”, 2017.
*”राष्ट्रीय एकता में हिंदी भाषा का महत्व”, 2017.
*”हिंदी भाषा और सहिया पर भूमंडलीकरण का प्रभाव”, 2017.
*”मध्य और आधुनिक हिंदी काव्य साहित्य में आधुनिकता वाद की विचार धारा”, 2016.
पुस्तक अध्याय
*” हिन्दी काव्य साहित्य में नारी के विविध रूप। आईएसबीएन;978-9385640-94-0। पृष्ठ;82-83″ में एड., अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संगठन, 2018
*”भारतीय संस्कृति में नैतिक मूल्यों का स्थान”। Isbn: 935268630-6. Pge:87-88″ in एड., 2017.
*” हिंदी भाषा शिक्षण में कौशलों का महत्व। आईएसबीएन;978-93-86501=12-7। पृष्ठ;126-128″, 2017।
*”हिन्दी भाषा शिक्षण में भाषा कौशलों का महत्व” संस्करण में, आईएसबीएन-978-93-86501-12-7. अगस्त-2017.पेज नंबर-126-128., 2017.
*”हिन्दी भाषा साहित्य पर भूमंडलीकरण का प्रभाव” एड, 2017 में।
*”आधुनिक हिंदी काव्य साहित्य में नारी का चित्र” संस्करण में, आईएसबीएन-978-83-86007-52-0। 15 वीं मई 2017. पेज नंबर:80-83., 2017.
*”आधुनिक हिंदी काव्य साहित्य में नारी चित्रण”। आईएसबीएन;978-8386007-52-0. पृष्ठ;80-83″ एड. में, आईएसबीएन-इस्लामिया कॉलेज वानियमबाडी, 2017।
*”राष्ट्रीय एकता में हिंदी भाषा का महत्व” 2017 में।
*”हिन्दी भाषा साहित्य पर भूमण्डलीकरण का प्रभाव। आईएसबीएन;978-86537-42-3।
पेज;51-52″ एड. में, श्री भगवान महावीर जैन प्रथम श्रेणी कॉलेज के.जी.एफ.
*” आधुनिक हिंदी काव्य साहित्य में आधुनिकतावाद की विचार-धारा” एड. में, आईएसबीएन978-81-928007-45। 13 अगस्त 2016. पेज नंबर;66-68, , 2016.
रिसर्च पेपर:-
*”आधुनिक और प्राचीन शिक्षा प्रणाली एक अवलोकन”, 2019
*” भारतीय संस्कृति में नैतिक मूल्यों का स्थान” Issn;23198318. पृष्ठ;136-138.
प्रभाव तथ्य; 4.014″, बहुभाषी शोध पत्रिका, यूजीसी अनुमोदित संगठन, 2017
*”भारतीय संस्कृति में नैतिक मूल्यों का स्थान”, आई एम आर जे, 2017।
*”संत कबीर और सामाजिक चेतना”, कबीर: एक संपूर्ण अध्ययन।
सम्मान एवं पुरस्कार :- राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार-2022। साहित्य गौरव सम्मान-2023.