रैगर साहित्य विचार संगोष्ठी का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l रैगर समाज के उभरते साहित्यकारों को मंच देने के उद्देश्य से समाज के प्रबुद्ध लोगो द्वारा रविवार 14 मई 2023 को रैगर छात्रावास जयपुर रैगर साहित्य विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि टीकम चन्द बोहरा (आईएएस), विशिष्ट अतिथि सुभाष कानखेड़िया दिल्ली (अध्यक्ष दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी), सीताराम मौर्य, डॉ० एस. के. मोहनपुरिया व दयानन्द कुलदीप भी उपस्थित रहे l कार्यक्रम की अध्यक्षता टी आर वर्मा (पूर्व आईएएस) ने की l कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करके की गयी l मुख्य अतिथियों व कवि,गीतकार,लेख़क आदि का दुपट्टा पहनाकर मान-सम्मान किया गया l
रैगर छात्रावास जयपुर में रैगर समाज साहित्य पर विचार संगोष्ठी के दौरान रैगर समाज के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया । समाज के लिए यह स्वर्णिम दिन अविस्मरणीय रहेगा । इस कार्यक्रम की शुरुआत समाज के प्रबुद्ध रामनिवास सांटोलिया, हनुमान आज़ाद व मोती लाल उदेनिया ने की l कर्नल दुर्गा लाल जी ने तीनों आयोजको रामनिवास सांटोलिया, हनुमान आज़ाद व मोती लाल उदेनिया को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।
मुख्य अतिथि टीकम चंद बोहरा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह ऐतिहासिक कार्यक्रम हैं । इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए जिससे समाज की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का अवसर मिले l टी आर वर्मा जी ने कार्यक्रम की प्रशंसा की और आयोजकों को धन्यवाद दिया साथ ही हर सम्भव सहयोग देने की घोषणा की ।
कार्यकर्म में शामिल होने वाले कवियों की पंक्ति मे डॉ हस्तीमल जोधपुर, भागीरथ मल सबल सीकर, बाबूलाल बारोलिया अजमेर, सेढूराम मौर्य अलवर, नेमराज बाकोलिया सवाई माधोपुर, हरि राम परसोया टोंक, सुरेंद्र कुमार आज़ाद झिनुन, कुलदीप नोगिया पाली, कवि प्रभु दयाल रैगर दूदू, लखन भारती गंगापुर सिटी, टीकम चन्द टिकुडा , विष्णु दयाल झालावाड़, दीपचन्द सटोलिया दिल्ली, बजरंग बोहरा ब्यावर, राजेंद्र कुमार सबल सामोद, मदन लाल जाजोरिया, पुरषोत्तम बाकोलिया, शंकर लाल नारोलिया, गुलाब चंद बारोलिया, धर्मराज दीवान, सुकदेव अटल, डी एस माहौलिया, सत्य नारायण जाजोरिया, असिस्टेंट प्रोफेसर मुकेश कुमार वर्मा जयपुर, हेमन्त अलुरिया दिल्ली, प्रीति मौर्य जयपुर, लीलावती वर्मा उदेनिया, चंद्रकांता सिवाल दिल्ली आदि ने सुन्दर प्रस्तुतिया प्रस्तुत की ।
विचार संगोष्ठी में देश के कोने कोने से अपनी आंखों में अपनी रचनाओं को विकसित करने और इन रचनाओं के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों, बुराइयों, पाखंड, आडंबर, और रूढ़िवादी परम्पराओं को मिटाने का यह सपना लेकर साक्षी बने l आज एक साहित्य रूपी वृक्ष को सिंचित कर विशाल वट वृक्ष का सपना लिए एक सूक्ष्म बीजारोपण किया गया जिसके साक्षी बने सर्व टीकम चंद जी बोहरा, (आईएएस), टी आर वर्मा (से. नि. आईएएस), एवं सुभाष कानखेड़िया, (चैयरमेन दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी बोर्ड) l विचार संगोष्ठी के माध्यम से प्रथम बार रेगर साहित्य अकादमी का गठन एक अनुकरणीय पहल कर समाज के अनेक लेखक, कवि, साहित्यकार, रचनाकार, गीतकार, एवं विचारकगण की आंखों का सपना साकार करने का प्रयास किया गया है ।
इस कार्यक्रम को समाज के प्रबुद्धजनों ने सराहा है और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है l