समाजसेवी हीरा लाल खटूमरिया जी की धर्मपत्नी की अस्थियों को हरिद्वार गंगा में विसर्जन
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l अखिल भारतीय रैगर महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व ट्रस्टी मौजीराम सत्संग सभा, समाजसेवी हीरा लाल खटूमरिया जी की धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमति नैना देवी खटूमरिया जी की अस्थियों को लेकर परिजनों के साथ हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने हरिद्वार गंगा घाट पर पूरे गायत्री मंत्रोच्चार के द्वारा अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया l गौरतलब है कि विगत 14 जून 2023 को श्रीमति नैना देवी खटूमरिया जी का 84 साल की उम्र मे निधन हो गया था l
रवि शंकर देवतवाल से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली निवासी प्रमुख वरिष्ठ समाजसेवी हीरा लाल खटूमरिया जी की धर्मपत्नी व समाजसेवी विजय खटूमरिया जी की माताजी स्वर्गीय नैना देवी खटूमरिया जी के 84 साल की उम्र मे देहान्त के बाद परिवारजनों के साथ 18 जून 2023 को हरिद्वार मे उनकी अस्थि विसर्जन के लिये पहुचे ।
समय बदल रहा है और आधुनिक व्यवस्थाओं में व्याप्त बहुत सी पौराणिक कथाओं और रूढ़ियों व अंध विश्वासों का जो जाल बना हुआ है उसे तोड़कर लोग वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ रहे है l
जैसा कि सर्व विदित है कि हर की पौड़ी पर पडितो द्वारा अस्थि विसर्जन की पूजा के नाम पर हजारो रूपये वसूले जाने की परिपाटी से खटूमरिया परिवार खिन्न थे, उन्होने फैसला लिया कि हमे हमारे परिवार के सदस्यो की अस्थि विसर्जन पर किसी पंडित की आवश्यकता नही होती । इस प्रथा को खत्म करना होगा, परिवार के सभी सदस्यो ने गंगा मईया को याद करते हुए, गायत्री मंत्र का उच्चारण करते हुए खुद ही अस्थि विसर्जन का पुनीत कार्य किया ।
खटूमरिया परिवार ने अपने परिवारजनों के कर कमलो से स्वर्गीय श्रीमति नैना देवी खटूमरिया जी की अस्थियों का विसर्जन करके, हीरा लाल खटूमरिया जी व उनके पुत्र विजय खटूमरिया जी ने समाज के समक्ष एक मिसाल पेश की कि हजारो रूपये अस्थि विसर्जन के नाम पर किसी को ना दे, हमे अपने दिवंगत की अस्थि विसर्जन के लिये किसी मीडियेटर की आवश्यक्ता नही होती, हम खुद गंगा मईया को याद करते हुए अस्थि विसर्जन कर सकते है ।
हीरा लाल खटूमरिया जी व उनके पुत्र विजय खटूमरिया जी धनाढ्य व सक्षम परिवार से होते हुए, समाज के विकास के लिए व्यर्थ धन की बर्बादी को रोक कर उस धन को शिक्षा व समाज कल्याण के लिए उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण सन्देश समाज को दिया है l ऐसी सामाजिक सोच की ओर कदम उठाने के लिये खटूमरिया परिवार को बारम्बार धन्यवाद l