महात्मा बुद्ध का प्रेम का संदेश हमें लोगों तक पहुंचाना होगा : डा० फूल सिंह गुर्जर
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (पत्रकार रामलाल रैगर) l झालावाड़, शुक्रवार 5 मई 2023 बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजस्थान बौद्ध महासंघ इकाई के तत्वाधान में झालावाड़ में प्रेम करुणा दया स्वतंत्रता समानता बंधुता के प्रणेता महात्मा बुद्ध का जन्मोत्सव मनाया गया l समारोह में मुख्य अतिथि कोटा विश्वविद्यालय के फैकल्टी आफ आर्ट डीन डा० फूल सिंह गुर्जर व डीएसएन प्रसाद रहे l कार्यक्रम की अध्यक्षता एडवोकेट बच्चू लाल कामरेड ने की l
कार्यक्रम की शुरुआत राजस्थान बौद्ध महासंघ झालावाड़ इकाई के जिला अध्यक्ष धनीराम बौद्ध ने अतिथियों के साथ महात्मा बुध के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर के की l विजेताओं को मुख्य अतिथि ने प्रमाण पत्र प्रदान किए तथा बौद्ध महासंघ झालावाड़ इकाई के पदाधिकारियों को मुख्य अतिथि ने शपथ दिलाई l
मुख्य अतिथि डा० फूल सिंह गुर्जर ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा बुद्ध का प्रेम, करुणा, दया, समानता, मैत्री व भाईचारे का संदेश हमें जनसाधारण तक अहिंसक मार्ग से पहुंचाना होगा l उन्होंने कहा कि महात्मा बुद्ध ने अपने विश्व कल्याण के संदेशों को जनसाधारण को समझ में आए, इसके लिए लोगो की मदद करना चाहिए l
अध्यक्षीय उद्बोधन में बच्चू लाल जी कामरेड ने बताया कि भगवान बुद्ध के संदेश प्रेम, करुणा व भाईचारा-विश्व शांति का मार्ग बताते हैं l उन्होंने कहा की महिलाओं को अपने हक अधिकार के लिए अंधविश्वास व पाखंड से दूर रहकर समाज की अन्य महिलाओं तक महात्मा बुध के संदेशों को पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी l
बौद्ध महासंघ झालावाड़ इकाई के उपाध्यक्ष कमलेश कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा बौद्ध धर्म में अंधविश्वास, असमानता व पाखंड के लिए कोई स्थान नहीं है l जिस प्रकार अलग अलग नदियों का जल समुद्र में आकर मिल कर अपने अलग-अलग पहचान खो देता है, और केवल समुद्र का जल हो जाता है l उसी प्रकार महात्मा बुद्ध ने बौद्ध धर्म में किसी भी धर्म, जाति का व्यक्ति केवल बौद्ध होता है l महात्मा बुद्ध मनुष्य के विवेक को जागृत करने के लिए कहते हैं कि किसी भी बात को केवल इसलिए मत मान लो कि वह पुरातन काल से चली आ रही है या किसी विद्वान या बुजुर्ग ने कही है, विवेक से उस बात को परीक्षण करने के बाद अच्छी लगे तो मानो l महात्मा बुद्ध जातिगत ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने के लिए कहते हैं कि मनुष्य जन्म से किसी जाति का नहीं होता है l प्रत्येक मनुष्य के आंसू खारे होते हैं तथा प्रत्येक मनुष्य के रक्त का रंग लाल होता है l इसलिए जातिभेद के आधार पर मनुष्य में ऊंच-नीच का भेद करना गलत है l स्त्रियों की समानता के पक्षधर महात्मा बुध कहते हैं कि स्त्रियों के सम्मान की हमेशा रक्षा की जानी चाहिए l
कार्यक्रम में एलडीएम महावर, छितर लाल, मोहनलाल रेगर, रामभरोस बेरवा, प्रभुलाल ऐरवाल, चतुर्भुज वर्मा, भगत कुमार, हेमलता, सीमा वर्मा, मीनाक्षी वर्मा, शशिकला वर्मा, दीपक रावल, राधेश्याम चांदोलिया, सुमित कुमार, राम लाल रेगर, ओंकारमल, राजेंद्र कुमार, भूपेंद्र कुमार तथा अन्य स्वजन उपस्थित हुए l अंत में सभी ने पवित्र खीर का रसास्वादन किया l कार्यक्रम के अंत में झालावाड़ के विख्यात कवि कृष्ण सिंह जी हाड़ा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य महानुभावो का आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया l