धर्मशाला खटीक सभा, मोहल्ला फ्रांसखाना नारनौल द्वारा भारतरत्न संविधान शिल्पकार डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती धूमधाम मनाई
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l धर्मशाला खटीक सभा, मोहल्ला फ्रांसखाना नारनौल के प्रांगण में 14 अप्रैल को भारतरत्न संविधान शिल्पकार डॉ. भीमराव अंबेडकर जी 132 वीं जयंती धूमधाम मनाई गई । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय ओमप्रकाश यादव जी थे । संस्था के महासचिव महेश बहल ने बताया कि संस्था के प्रधान डॉक्टर सत्यवीर चौहान व संस्था के पदाधिकारियों ने मुख्यातिथि श्री ओमप्रकाश यादव को स्मृति चिन्ह व पटका पहनाकर उनका स्वागत किया , मोतीलाल चौहान ने पगड़ी पहनाकर मंत्री जी का सम्मान किया। बड़ी संख्या में खटीक समाज के लोग मौजूद रहें । जिनमें महिलाओं व बच्चों में बड़ा उत्साह था ।
बाबा साहेब को मानने वाले दूसरे समाज के लोग भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे । बाबा साहेब के अनुयायी अम्बेडकर जयंती को सबसे बड़े उत्सव के रूप में मनाते हैं । आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ओमप्रकाश यादव जी ने अपने भाषण में सभी को अम्बेडकर जयंती की बधाई दी उन्होंने कहा कि अम्बेडकर साहब ने किसी एक जाति नहीं बल्कि पूरे भारत देश के लिए उनका विशेष योगदान है उन्हीं के संविधान से ये देश काम करता है हमारी पार्टी भी बाबा साहेब की विचारधारा पर काम करती हैं l जिस प्रकार बाबा साहेब चाहते थे कि देश के अंतिम पायदान वाले व्यक्ति को सभी मूलभूत सुविधाएं मिले उसी की तर्ज़ पर हमने अंत्योदय योजना चलाई हुई l जिसके अंतिम पायदान के व्यक्ति भी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो । उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के लिए कई सरकारी योजनाओं के बारे में बताया तथा अंत में जीर्ण शीर्ण हो चुकी धर्मशाला को पुनर्निर्माण के लिए गत वर्ष ग्यारह लाख रुपये देने की घोषणा की थी l उसे अगले दो महीने के अंदर देने का वायदा किया व धर्मशाला का कार्य शुरू होने उपरांत और भी आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की ।
महासचिव महेश बहल ने बताया कि अम्बेडकर जयंती के दिन ही हम प्रतिभा सम्मान समारोह भी करते हैं जिसमें समाज के मेधावी बच्चों को सम्मानित किया जाता हैं जो छात्र/ छात्राओं जिन्होंने दसवीं , बारहवीं , स्नातक , स्नातकोत्तर में 75 ℅ या अधिक अंक प्राप्त किए हो व जिनका JEE ( IIT ) NEET ( MBBS ) में एडमिशन हुआ हो उन सभी को सम्मानित किया गया l जिसमें कुल 28 मेधावी बच्चों को संस्था के प्रधान व पदाधिकारियों द्वारा स्मृति चिन्ह, अम्बेडकर जी का चित्र, नोटबुक-पेन देकर सम्मानित किया व उत्साह वर्धन किया l बच्चों के साथ उनके माता पिता को भी सम्मानित किया ।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण छोटे छोटे बच्चे जो कि पाँचवी से लेकर दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने अपने भाषण, कविता, शायरी से बाबा साहेब के जीवन परिचय उनके सँघर्षो के बारें में शानदार प्रस्तुति दी । उन सभी 17 बच्चों को संस्था की तरफ से प्रत्येक को 100 रुपये नकद पुरस्कार व राजेश चौहान ने टिफिन बॉक्स व पानी की बोतल दी । खटीक सभा धर्मशाला के महासचिव मास्टर महेश बहल ने सफलतापूर्वक कार्यक्रम का मंच संचालन किया ।
सर्वप्रथम वक्ता पूर्व पार्षद नरसिंह दायमा जी ने दिया उन्होंने सभी को अम्बेडकर जयंती की बधाई दी और कहा कि जो समाज संगठित होगा वो समाज तरक्की करेगा, बाबा साहेब के मूल मंत्र शिक्षित, संगठित, संघर्ष को अपनाने को कहा । प्राचार्य डॉ. सावित्री चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज जो लोग बाबा साहेब के विचारों को बता रहे हैं अगर ये उनके विचारों को अपना ले तो उस परिवार समाज को तरक्की करने से कोई रोक नहीं सकता, उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार देकर महिलाओं के उत्थान व तरक्की के सभी रास्ते संविधान द्वारा खोल दिए गए । महिलाओं को बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए ।
वक्ता मास्टर राजपाल बागड़ी ने हिन्दू कोड़ बिल , आरक्षण व करियर गाइडेन्स के बारे में बहुत ही ढंग से विस्तार से बताया । अनिल खनगवाल जी ने अपनी कविता के माध्यम से ढोंग पाखण्ड पर करारा प्रहार किया । वक्ता राजेश चौहान जी ने अपने वक्तव्य में बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डाला । मास्टर शिवचरण चौहान , हरीश दायमा ने अपने ओजस्वी भाषण से श्रोताओं को बांधे रखा। लेक्चरर अनिल खन्ना जी ने अपने वक्तव्य में बताया कि बाबा साहेब ज्ञान के अथाह सागर थे उनको शब्दों में बयां करना मुश्किल है । कार्यक्रम में उपस्थित सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की हुई थी सभी ने भोजन लिया । अंत में संस्था के प्रधान व पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में आर्थिक रूप से सहयोग देने वालों का धन्यवाद किया व उपस्थित सभी लोगों का कार्यक्रम में पहुँचकर सफल बनाने के लिए आभार जताया ।
कार्यक्रम के अन्त में संस्था की ओर से भंडारा प्रसाद वितरण किया गया । कार्यक्रम में ओपी चौहान जी, गिरधारी लाल दायमा जी, प्रभु दयाल खिंची, संजय कामरेड , संजय खनगवाल, दयानंद वर्मा, महेंद्र सिंह खन्ना, घनश्याम खिंची , शिव कुमार , सुरेश चौहान , सन्देश खन्ना, लेखराज चेतीवाल , सुभाष चौहान, सुनील चौहान, भवानी शंकर चौहान, चन्द्र प्रकाश चौहान, विजय चौहान , श्योचन्द बडगुजर, विजेंद्र चौहान, प्रेम, देवकी चौहान, मुरलीधर सांखला आदि सैंकड़ो लोग उपस्थित रहे ।