रैगर महासभा (दिल्ली प्रदेश) के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से दो अध्यक्षों का चयन, व शपथ दिलाई गई
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l रैगर महासभा (दिल्ली प्रदेश) के अध्यक्ष के मुद्दे पर नांगलोई में रविवार को बी ब्लाक स्थित शिव मंदिर में क्षेत्रीय लोगो की एक आमसभा आयोजित की गई l जिसकी अध्यक्षता संरक्षक नेतराम पिंगोलिया ने की l समाजहित को सर्वोपरि मानते हुए समाज एकता में कायम रखने के उद्देश्य से बैठक में जूरी के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से दो अध्यक्षो की नियुक्ति की गई और शपथ दिला दी गई l
जीवन में सारे काम करना सरल है, परंतु सामाजिक संस्थाएं चलाना सबसे मुश्किल कार्य है, क्योंकि कोई भी निजी काम हो तो स्वयं निर्णय ले सकते हो, परंतु जब सामाजिक संस्थाओं में निर्णय लेना हो तो बहुत सोचना पड़ता है, क्योंकि उस संस्था में पूरे समाज की भागीदारी, सहयोग और विकास का मामला रहता है ।
रविवार को नांगलोई स्थित शिवमंदिर के प्रथम तल पर बना हाल खचाखच लोगो से भरा हुआ था उपस्थित लोगो ने अपने अपने विचार व्यक्त किये, इसी दौरान मुद्दे पर गर्मागर्मी का माहौल हो गया और समाज कई ग्रुप्स में बंट गया, अध्यक्षता कर रहे संरक्षक नेतराम पिंगोलिया ने स्थिति को नियंत्रण में रखने का प्रयास करते हुए मामले की गंभीरता को समझते हुए, उपस्थित लोगो में से हनुमान उज्जेनिया, राजकुमार सुवांसिया, प्रदीप जलुथरिया, प्रह्लाद सेवालिया व लेखराम डीगवाल आदि पांच सदस्यों की जूरी कमेटी बना कर बैठक से बाहर जाकर निर्णय लेने का फैसला लिया l
कुछ समय जूरी कमेटी के सदस्यों के साथ समाजहित में गहन विचार विमर्श कर निर्णय लिया और उपस्थित लोगो के सामने जूरी कमेटी के सदस्यों द्वारा लिए गए निर्णय से नेतराम पिंगोलिया ने बैठक में घोषणा की कि पूर्व प्रधान शेरसिंह बसेटिया और चेतन बसेटिया दोनों अगले कार्यकाल के लिए रैगर महासभा के अध्यक्ष होंगे और दोनों आपसी सहमती से अपना मंत्रिमंडल का गठन करेंगे l उपस्थित विशाल रैगर जनसमूह ने फैसले को उचित बताया और निर्णय का स्वागत किया l नवनिर्वाचित अध्यक्ष चेतन पिंगोलिया को संरक्षक नेतराम पिंगोलिया ने पद की गरिमा और गोपनीयता की शपथ दिलाई l घोषणा के बाद लोगो ने दोनों अध्यक्षों को पगड़ी बंधवाकर फूलो की माला पहनाकर बधाई दी और एक दुसरे को लड्डू बांटकर ख़ुशी का इजहार किया l नांगलोई में लोगो में ख़ुशी की लहर है l
नांगलोई रैगर समाज के प्रमुख प्रबुद्ध लोगो ने बताया कि सामाजिक संगठन की शक्ति ही समाज की रीढ़ होती है । संगठन के द्वारा ही समाज को नए शिखर पर ले जा सकते हैं । संगठन के बल पर समाज का वर्तमान हैं, तो भूतकाल और भविष्य के सेतु भी हैं । संगठन में निहित गहन ऊर्जा और उच्च महत्वाकांक्षाओं से भरे हुए लोग होते हैं । उनकी आंखों में भविष्य के इंद्रधनुषी स्वप्न होते हैं । समाज को दिशा देकर बेहतर बनाने में सर्वाधिक योगदान सामाजिक संगठनों में कार्यरत पदाधिकारियों का ही होता है । समाज के लोग बेहतर भविष्य के लिए सर्वसम्मति या मतदान के माध्यम से ईमानदार और विकासपरक सोच वाले प्रतिनिधि को चुनने को पहली सीढ़ी मानते हैं । समाज में तेजी से आ रहे बदलाव के प्रति बड़ी संख्या में लोगो का नजरिया शार्टकट की बजाय कर्म और श्रम के माध्यम से सफलता प्राप्त करने की ओर होना चाहिए ।