अखिल भारतीय साहित्य परिषद् , गाज़ियाबाद के तत्वावधान में हिदी दिवस के शुभ अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन ।
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गाज़ियाबाद (उoप्रo)- 15 सितम्बर 2024 दिन रविवार को अखिल भारतीय साहित्य परिषद् , गाज़ियाबाद के तत्वावधान में हिदी दिवस के शुभ अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन अमित्र थिएटर ,डी -83, पटेल नगर , गाज़ियाबाद में कविताओं, दोहों, गीतों, और ग़ज़लों के तरह-तरह के हिदी दिवस के शुभ अवसर पर हिंदी की उपयोगिता हिंदी के प्रचार एवं प्रसार, हिंदी की देश और विदेशो में स्थिति ,जीवन एवं प्रकृति के विभिन्न पहलूओं के रंग बिखेरे गए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम की अध्यक्षता- मीरा शलभ (संरक्षिका, गाज़ियाबाद इकाई संस्था), मुख्य अतिथि-अरविन्द भाटी (महासचिव उoप्रo संस्था), विशिष्ठ अतिथि – डॉ. चेतन आनंद (महासचिव मेरठ मंडल, संस्था ) एवं रमेश प्रसुन्न जी ने की। सबसे पहले कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती माँ की प्रतिमा के आगे दीप प्रजवलन के बाद सरस्वती वंदना सोनम यादव जी ने अपने मधुर कंठ से मधुर आवाज से की, जिससे श्रोताओं का मन को मोह लिया , इसके बाद मंच संचालन के लिए बी. एल. बत्रा ‘अमित्र’ जी (अध्यक्ष- गाज़ियाबाद इकाई संस्था) और डॉ. (प्रोफेसर) कमलेश संजीदा जी (सचिव -गाज़ियाबाद इकाई संस्था) ने बड़े ही रोचक अंदाज में किया।
बी. एल. बत्रा ‘अमित्र’ जी ने मंच की गरिमा को ध्यान में रखते हुए सभी अतिथियों को मंचासीन करवाया। इसके बाद एक के बाद एक शायर एवं गीतकारों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति अपनी रचनाओं के माध्यम से दर्ज कराई। यहाँ उन सभी विशिष्ट साहित्यकारों, ग़ज़लकारों, गीतकारों के नाम इस प्रकार हैं जिन्होंने अपना काव्य पाठ किया :
मीरा शलभ, अरविन्द भाटी, डॉ. चेतन आनंद , रमेश प्रसुन्न , बी. एल. बत्रा ‘अमित्र’, डॉ. (प्रोफेसर) कमलेश संजीदा, संगीता अहलावत, डॉ. मधु श्रीवास्तव, शोभा सचान, निवेदिता शर्मा, अरुण शर्मा साहिबाबादी, सोनम यादव, सुप्रिया सिंह वीणा, वैशाली मित्तल, पारो चौधरी, के पी सिंह , एवं बहुत सारे श्रोता उपस्तिथ रहे जिनमे प्रमुख संजय दधीच , मनोज कुमार, नितिन अग्रवाल उपस्तिथ रहे जिन्होंने कविताओं, दोहों, ग़ज़लों , गीतों का भरपूर सरहाया, होसला अफज़ाई की एवं भरपूर आनंद उठाया।
काव्यपाठ के उपरान्त विशेष हिंदी दिवस के अवसर हिंदी के प्रचार एवं प्रसार पर परिचर्चा हुई जिसमे देश और विदेशों में हिंदी की उपयोगिता, व्यवसाए कैसे हिंदी को आगे लाया जा सकता है जैस आज अंग्रेजी अपना स्थान बनाए हुए है विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यतः डॉ. चेतन आनंद जी एवं के. पी. सिंह जी ने बताया। इस तरह काव्य गोष्ठी का समापन परिचर्चा के साथ संपन्न हुआ। अंत में संजय दधीच जी ने कार्यकर्म में शामिल सभी साहित्य प्रेमीयों और अतिथियों का आभार प्रकट किया इस अवसर पर उपस्थित कविओं एवं कवियित्रियों द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी, अमित्र थिएटर में हुई यह काव्य गोष्ठी परिचर्चा के साथ बहुत ही सफल एवं सार्थक रही।