अखिल भारतीय साहित्य परिषद् , गाज़ियाबाद के तत्वावधान में काव्य संध्या का आयोजन

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) । गाज़ियाबाद (उoप्रo)- 16 नवम्बर 2025 दिन रविवार को अखिल भारतीय साहित्य परिषद् , गाज़ियाबाद के तत्वावधान में काव्य संध्या का आयोजन अमित्र थियटर, पटेल नगर-2, गाज़ियाबाद में किया गया, इस काव्य संध्या में कविताओं, गीतों, दोहों, माहिओं और ग़ज़लों के तरह-तरह जिंदगी के विभिन्न पहलुओं जिनमें , प्यार, मुहब्बत, हमारी संस्कृति , हमारी सांस्कृतिक धरोहर, देशभक्ति, सामाजिक समरसता पर काव्य के रंग बिखेरे गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता- डॉ. प्रोमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ मुंबई से, मुख्य अतिथि- डॉ. चेतन आनंद , विशिष्ठ अतिथि-नेहा वैद, मीरा शलभ रहे। सबसे पहले कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रजवलन के बाद सरस्वती वंदना – सुप्रिया सिंह वीणा ने अपने मधुर कंठ से मधुर आवाज से की, जिससे श्रोताओं का मन को मोह लिया, इसके बाद बी. एल. बत्रा ‘अमित्र’ जी ने मंच की गरिमा को ध्यान में रखते हुए सभी अतिथियों को मंचासीन करवाने के उपरान्त, सभी अतिथियों का सम्मान मालार्पण से किया गया। इस अवसर पर बेबाक बाराबंकवी जी को अमित्र फाउंडेशन सम्मान से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में बी. एल. बत्रा अमित्र जी ने सभी कवियों एवं कवियत्रिओं का मंच से स्वागत सम्मान मालार्पण से करवाया गया। मंच संचालन का कार्य डॉ. निवेदिता शर्मा प्रो.(डॉ.) कमलेश संजीदा जी ने बड़े ही बेहतरीन अंदाज में किया जहाँ पर एक के बाद एक शायर एवं शायराओं ने अपनी बेहतरीन उपस्थिति एवं प्रस्तुति अपनी रचनाओं के माध्यम से दर्ज कराई। यहाँ उन सभी विशिष्ट साहित्यकारों, ग़ज़लकारों, गीतकारों के नाम इस प्रकार हैं जिन्होंने अपना काव्य पाठ किया :
कार्यक्रम की अध्यक्षता- डॉ. प्रोमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ (मुंबई से पधारे जाने-माने गीतकार, संगीतकार, एवं अभिनेता), डॉ. चेतन आनंद , नेहा वैद, वरिष्ठ अधिवक्ता बी. एल. बत्रा ‘अमित्र’ (अध्यक्ष), मीरा शलभ , प्रोफेसर(डॉ.) कमलेश संजीदा (सचिव -संस्था) , डॉ. मधु लता श्रीवास्तव-वरिष्ठ कवियत्रि , डॉ. राखी अग्रवाल, डॉ. सरिता गर्ग ‘सरि’, संगीता अहलावत, अरुण शर्मा साहिबाबादी, ज्योति किरण राठौर, डॉ. निवेदिता शर्मा, सुप्रिया सिंह वीणा, सुरेन्द्र शर्मा, अर्पणा भटनागर, बेबाक बाराबंकवी, प्रेम सागर प्रेम,अरुण शर्मा साहिबाबादी, स्वाति ‘पूजा’, अनिल कपूर, पूजा चौहान, निशा सक्सेना एवं पारो चौधरी बहुत सारे श्रोता उपस्तिथ रहे जिन्होंने काव्य संध्या में कविताओं,दोहों, ग़ज़लों, माहिओं एवं गीतों का भरपूर सरहाया, होसला अफज़ाई की एवं भरपूर आनंद उठाया।
अंत में मीरा शलभ जी ने सभी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया, पूरे कार्यक्रम की समीक्षा प्रस्तुत की अपना उदबोधन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उपस्थित कविओं एवं , कवियत्रिओं के द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी, यह काव्य संध्या का कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा और साहित्य के नए आयाम प्रस्तुत किए।



