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अरावली को लेकर युवाओं को जागरूक होना जरूरी – रावत

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) । अरावली जन जागरुकता अभियान हमारी अरावली, हमारी जिम्मेदारी कार्यक्रम के तहत् श्री कृष्णा पब्लिक स्कूल, नांगल पंडितपुरा (कोटपुतली) के प्रांगण में युवाओं के साथ जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में  पर्यावरणविद व  वरिष्ठ लेखक  ज्ञानेंद्र रावत राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा समिति गाजियाबाद,  जल यौद्धा डॉ जगदीश चौधरी ग्रीन इण्डिया फाउंडेशन ट्रस्ट फरीदाबाद, नदी मामलों के विशेषज्ञ  संजय राणा एनवायरमेंट एंड सोशल रिसर्च आर्गेनाइजेशन बड़ौत उत्तरप्रदेश, यमुना संरक्षण के दिवान सिंह रिज बचाओ अभियान दिल्ली तथा पर्यावरणविद् राम भरोस मीणा एल पी एस विकास संस्थान, थानागाजी – अलवर,  राजस्थान ने संयुक्त रूप से हमारी अरावली, हमारी जिम्मेदारी का नारा बुलंद किया।

कार्यक्रम के तहत्  ज्ञानेंद्र रावत ने कहा कि 20 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय कि 100 मीटर से कम ऊंचाई वाली पहाड़ी अरावली श्रृंखला का हिस्सा नहीं मानी जाएगी, कहीं से भी तर्क संगत नहीं है। क्या अब ताकतवर लोग और संस्थाएं प्रकृति की परिभाषा निश्चित करेंगी। इसका मतलब तो यह हुआ कि भविष्य में ये सभी अपनी अपनी सुविधा के अनुसार मानव और जीवजंतु की भी परिभाषाएं निश्चित करने का कार्य करेंगे।

डॉ जगदीश चौधरी ने कहां कि सुप्रीमकोर्ट का अरावली पर आया नया आदेश इस क्षेत्र में जल संकट को बढ़ावा देगा। अरावली क्षेत्र के वन वर्षा का कारण बनते है, अगर अरावली नहीं बची तो वर्षा पर प्रभाव तो पड़ेगा ही साथ ही मरुस्थलीय क्षेत्र भी बढ़ेगा।

पर्यावरणविद संजय राणा ने कहा कि संपूर्ण विश्व जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है ऐसे में व्यवस्थाओं का अरावली के प्रति यह निर्णय इस समस्या को और बढ़ावा देगा।

राम भरोस मीणा ने कहा कि अरावली हमारे पारिस्थितिकी सिस्टम को बनाएं रखने के साथ मीठे पीने योग्य पानी की पूर्ति करतीं हैं, अरावली से ही राजस्थान की नदियां अस्तित्व में है, जो पहले से ही अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं अरावली नष्ट होने के बाद राजस्थान की जीवन रेखा भी नष्ट हो जाएंगी।

दिवान सिंह ने कहा कि अरावली पर प्रहार मानव जीवन की सबसे बड़ी भूल होगी और आत्महत्या सिद्ध होगी।  सामाजसेवी अनिल शरण बंशल ने खत्म होती अरावली और बड़ते पर्यावरणीय प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि मात्र पिछले एक दशक से कोटपूतली की हवा इतनी खराब होना बताया की वह दिल्ली को कुछ समय में पिछे छोड़ देगी जो चिन्ता का विषय है। प्राचार्य प्रीतम सिंह ने छात्रों को अरावली के अस्तित्व की लड़ाई में जन जन को जागरूक करने की बात कही। कार्यक्रम के तहत् सम्पूर्ण विद्यालय परिवार के साथ सभी छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया तथा संवाद कार्यक्रम में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को प्रशस्ति-पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

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